मंगलवार, 12 जून 2007

आईस फैक्ट्री में अमोनिया गैस का रिसाव, कई झुलसे

मेरठ। रिठानी में सोमवार को एक आइस फैक्ट्री में अमोनिया गैस के पाइप फटने से वहां भगदड़ मच गई। कई किलोमीटर फैली गैस के कारण वहां अफरा तफरी का माहौल रहा। लोग बेहोश हो कर गिरने लगे। इस घटना में कुछ लोग झुलस गये हैं और कुछ लोग गंभीर रुप से बीमार हो गये है। घायलों में फैक्ट्री मालिक के दो बच्चे के साथ-साथ आसपास के कई लोग भी इसकी चपेट में आ गये हैं। फायर ब्रिगेड का कई गाड़ियां पहुंच गई और उन्होंने स्थिति पर काबू पाया। घायल हुए लोगों को उपचार के लिये नर्सिंग होम भर्ती कराया गया। इस हादसे में फायर ब्रिगेड के दो कर्मचारी भी घायल हो गये। बाद में घटना के विरोध में लोगों ने पुलिस के अधिकारियों का घेराव किया। दिल्ली रोड स्थित रिठानी गांव में राममेहर सिंह व रिन्कू की सीमा आइस फैक्ट्री है। इस फैक्ट्री परिसर के एक बड़े हिस्से में बर्फ की सिल्ली बनाने का कार्य होता है। बाकी जमीन पर फैक्ट्री संचालक ने अपना दुमंजिला मकान बना रखा है। जिसमें वह सपरिवार रहते हैं। आसपास के क्षेत्रवासियों ने बताया कि फैक्ट्री करीब पंद्रह दिनों से बंद पड़ी थी। सोमवार की शाम छह बजे फैक्ट्री के आपरेटर रविंद्र सिंह और प्रिंस ने अमोनिया गैस का सिलेंडर खोल कर बर्फ बनाने का कार्य शुरू कर दिया। सिलेंडर का मैनवाल्ब खोलने के बाद पाइप लाईन जोर से फट गई। कुछ मिनटो में ही जहरीली अमोनिया गैस पूरी फैक्ट्री में फैल गई। इसी दौरान गैस फैक्ट्री के मालिक के कमरों में भी पहुंच गई। गैस फैलने से वहां कार्य कर रहे अनेक मजदूर बाहर निकल कर बेहोश होकर नीचे गिर पडे़। फैक्ट्री मालिक का परिवार भी गैस की चपेट में आ गया। सभी कमरे में बंद लोग जोर जोर से चिल्लाने लगे। आसपास के लोगों ने पहुंच कर परिवार के सभी सदस्यों को बेहोशी हालात में कमरे से बाहर निकाला। इसी बीच फैक्ट्री मालिक रिंकू के अपने दोनों बच्चे तान्या उम्र 4 वर्ष, तुषार 5 वर्ष ऊपर के कमरे में ही फंसे रहे गए। इसी दौरान मालिक रिंकू के रिश्तेदार नरेश ने जान पर खेलकर ऊपर फंसे हुए बच्चों को दरवाजा तोड़कर झुलसे व बेहोशी की हालात में बाहर निकाला। इस दौरान वह खुद भी बेहोश हो बाहर गिर गया। इसके साथ सनी नाम का युवक भी घायल हो गया। अमोनिया गैस फैलने के कारण क्षेत्र के लोगों व दुकानदार ने अपने घरों से भागकर अपनी जान बचाई। गैस का रिसाव करीब एक किमी तक फैल चुका था। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड के अधिकारियों व सिपाहियों ने गैस पर बामुश्किल काबू पाया। एफएसओ आरके रावत ने बताया कि इस समय फैक्ट्री में करीब दौ सौ किलो अमोनिया गैस थी। गैस पर काबू होते ही ओमपाल, ज्ञानेंद्र, वीरेंद्र, जीएस मिश्रा, रणबीरी,भगवती, बबलू, हरपाल सिंह आदि क्षेत्रवासियों ने सीओ व इंस्पेक्टर का घेराव कहा कि इस फैक्ट्री को शीघ्र ही बंद किया जाए। फैक्ट्री मालिक पर मुकदमा दर्ज किया ज

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